तानिया की खोजें
तानिया जानती थी कि उसका एक नाक, दो आंखें और दो हाथ हैं । वह यह भी जानती थी कि उसके दो हाथों पर दस उंगलियां हैं । पर उसकी खोजें आगे चलती रहीं ।
तानिया कि बीस उंगलियां हैं – दस हाथों पर और दस पैरों पर
तानिया एक बार सारा दिन इधर उधर कूदती रही, तब उसकी मां ने उसे पैर धोने के लिए कहा । पैर धोते समय तानिया ने देखा कि उसके पैरों पर भी दस उंगलियां हैं – पांच बाएं पैर पर और पांच दाएं पर । तानिया नें दादी मां को जा कर दिखाया कि पांच उंगुलियां उसके बाएं हाथ पर थी, पांच दाएं हाथ पर, पांच बाएं पैर पर, और पांच दाएं पैर पर । इस तरह वह दादीमां से सीखी दस के बाद की गिनती – ग्यारह बारांरह, तेरह,चौदह,पंद्रह,सोलह, सत्रह, अठारह, उन्नीस और बीस । अब वह रोज़ बीस तक गिनती थी ।
बीस के बाद क्या आता है ?
तानिया नें चाचाजी को फ़ोन कर के बताया कि अब वह बीस तक गिन सकती है । उसने बताया कि वह खुश और व्याकुल दोनो है । चाचाजी ने कहा: अपनी मां को फ़ोन दो ।
मां तानिया को: व्याकुल क्यों है ?
तानिया: मुझे नहीं पता कि बीस के बाद क्या आता है ।
चौतीस, पैंतीस, छत्तीस, सैंतीस, अढ़तीस, उंतालीस और फिर चालीस । फिर आएंगे इकतालीस, बयालीस इत्यादि, उनंचास और पचास । बाद में इकावन, बावन इत्यादि उनसठ और साठ । अगले दस के बाद आता है सत्तर, फिर दस के बाद अस्सी, दस के बाद नव्वे । नव्वे और नौं नन्यानवें के बाद आता है सौ ।
तानिया ने घर में सौ चीज़ें गिनी
तानिया: कल मैं गिनूंगी कि क्या हमारे घर में सौ चीज़ें हैं ?
अगले दिन तानिया ने घर में सौ चीज़ें गिनी । उसके बाद उसने पड़ौस में सौ घर गिने, फिर सड़क पर सौ कारें इत्यादि । जानते हैं, बात यहां समाप्त नहीं हुई । अब वह गुड़िया के सिर के बाल गिनना चाहती थी । इस तरह उसने सीखा कि नौ सौ नन्यानवें के बाद आता है एक हज़ार ।
वह यह भी जान गई कि एक हाथ की पांच और दूसरे हाथ की पांच उंगलियों के योग से बनती हैं दस उंगलियां । एक दिन उसने सात कहने के लिए एक हाथ की पांच और दूसरे हाथ की दो उंगलियां दिखाईं ।
चुनौती
देखो, अपनी खिड़की से कितने घर गिन सकते हो ।