सड़क के किनारे पर चाय की दुकान
पुरु ने यह कहानी सुनाई ।
पापा और मैं एक लंबे सफ़र पर कार में गए । रास्ते में हम चाय पीने के लिए सड़क के किनारे एक गांव में छोटी सी दुकान पर रुके ।
पापा ने दो गिलास चाय मांगी और दुकानदार ने कहा बीस रुपए जो कि 10 रुपए प्रति गिलास था । दुकान पर केवल एक खाट थी और कोई मेज़-कुर्सी कुछ नहीं थे । लोग खाट पर बैठ कर ही चाय की चुस्कियां ले रहे थे । मैं सोचने लगा कि इस चायवाले की आय क्या होगी । इस लिए मैंने उससे बातचीत शुरू कर दी ।
आय और खर्चे
चायवाला: बाबू जी क्यों पूछ रहे हैं आप । मैं यहां चौबीस घंटे काम करता हूं । जब कोई ग्राहक नहीं हों तो मैं लेट जाता हूं वरना लगातार व्यस्त रहता हूं । यह सब करके भी मैं अपनी पत्नी और दो बच्चों का खर्च मुश्किल से निकाल पाता हूं । मेरी पत्नी और बच्चों को शिकायत है कि मैं घर नहीं आता । कभी कभी मुझसे मिलने के लिए तीनो यहां आ जाते हैं । आप मेरे दुखों के बारे में क्यों जानना चाहते हैं ? क्या आप का भी दुकान खोलने का इरादा है ?
पुरु: नहीं, मैं तो अभी केवल 10 साल का स्कूल जाने वाला बच्चा हूं । कई साल और शिक्षा लेना चाहता हूं । बस उत्सुक था तो पूछ लिया । मैं आपका दिल नहीं दुखाना चाहता । बस यह समझ लो कि छोटे लड़के ने कुछ सीखने के लिए यह प्रश्न किया है ।
चायवाला: मैं हर गिलास में लगभग 200 मिलीलिटर चाय देता हूं । और प्रतिदिन 500 गिलास चाय बिक जाती है । मैं अच्छी चाय देता हूं – गिलास में 50 मिलीलिटर दूध डाल कर । इस लिए मुझे हर रोज़ 25 लिटर ताज़ा दूध खरीदना पड़ता है । हर रोज़ 2.5 किलोग्राम चीनी लग जाती है और इतनी ही चायपत्ती । चीनी का भाव है 94 रुपए किलो और चायपत्ती का 150 रुपए किलो । अभी अभी दूध का मूल्य बढ़कर 45 रुपए लिटर हो गया है । ऊपर से पानी, ईंधन, लैम्प का तेल, दुकान का किराया और टूटे हुए गिलासों की कीमत भी देनी पड़ती है । इन चीज़ों का दाम लगभग 1500 रुपए प्रतिदिन है । दिन में अलग अलग समय पर आ कर 3 नौकर भी मदद करते हैं – चाहे गिलास धोएं या बाबू लोगों को चाय दें । हर रोज़ यह भी 750 रुपए ले जाते हैं । मैं यह काम 18 साल से कर रहा हूं । बस यही मेरा जीवन है ।
पुरु: भाई साहिब, मैंने सारे आंकड़े लिख लिए हैं और घर जाकर हिसाब करूंगा । पूरी सूचना देने के लिए धन्यावाद ।
चाय की दुकान – आय
पुरु ने घर जा कर तानिया और टिन्कू को बुलाया । तीनो ने मिल कर यह तालिका बनाई ।
चाय की दुकान – आय | |||
रोज़ का खर्चा | |||
मात्रा | दर | कुल रुपए | |
दूध | 25 लिटर | रुपए. 45 / लिटर | 1125 |
चायपत्ती | 2.5 किलो | रुपए 150 / किलो किलो किलो | 375 |
चीनी | 2.5 किलो | रुपए. 94 / किलो | 235 |
नौकर | 750 | ||
दूसरे खर्चे | 1500 | ||
कुल खर्चा | 3985 | ||
बिक्री 500 गिलास x 10 रुपए/ गिलास | 5000 | ||
रोज़ का लाभ (आय – खर्चा) | 1015 |
तीनो हैरान थे कि दिन में चौबीस घंटे काम करके यह चायवाले के केवल 1015 रुपए बनते थे । इस आय से उसका पूरा परिवार चलता था । उन्हें बड़ा बुरा लगा पर जल्दी ही टिन्कू ने हिसाब लगाया कि उसकी वार्षिक आय लगभग तीन लाख सत्तर हज़ार रुपए थी और इसकी तुलना में सन 2017 में भारत की प्रति व्यक्ती वार्षिक औसत आय केवल एक लाख रुपए के लगभग ही थी ।
पर यह बेचारा चायवाला चौबीस घंटे रोज़ काम करता था, साल में 365 दिन । औसत व्यक्ती तो इसका तीसरा भाग भी नहीं करता ।
चुनौती
सोहना के पिताजी एक क्रिकेट बाल बनाने वाले कार्खाने के मालिक हैं । वह कारखाने की पिछले साल की आय जानना चाहते हैं । वह चाहते हैं कि सोहना भी कुछ सीखे और उसे 2017 के आंकड़े दिखाते हैं । कारखाने ने कुल 60 लाख रुपए की बिक्री की थी । पूरे साल का लाभ निकालो और यह भी बताओ कि यह लाभ बिक्री का कितने प्रतिशत है ।
खर्च (रुपए) | |
कच्चा माल | 500000 |
शिपिंग | 500000 |
इश्तिहार | 100000 |
कर्मचारियों का वेतन | 1500000 |
किराया, बिजली, पानी | 500000 |
आयकर | 500000 |
उत्तर: सब खर्चों का योग: 3600000 रुपए
कुल बिक्री 6000000 रुपए
लाभ: बिक्री – खर्च = 6000000 – 3600000 = 2400000 रुपए
लाभ: खर्च का प्रतिशत = 100 x 2400000/6000000 % = 40%