तानिया और टिन्कू कारों से खेले
तानिया छह साल की हो गई थी । वह मधु के साथ कई बार गुड़ियों से खेल चुकी थी । इस खेल से वह अब ऊब सी गई थी । इसके दो कारण थे । एक था कि वह दूसरी चीज़ों से भी खेलना चाहती थी । दूसरा था कि दीपिका केवल यही कहती रहती थी कि देख मेरी गुड़ियाँ कितनी सुंदर हैं । दीपिका की रुचि कोई गणन वाले खेलों में नहीं थी ।
एक दिन तानिया टिन्कू के घर खेलने गई । उसे पता था कि टिन्कू को मोटर गाड़ियों से प्रेम था । वह अपने सारे मोटर गाड़ियों वाले खिलौने एक थैले में डाल कर ले गई । टिन्कू दरवाज़े पर ही उसकी प्रतीक्षा कर रहा था । दोनो मिले और टिन्कू के कमरे में चले गए ।
तानिया: मैं अपनी चारों मोटर गाड़ियां लाई हूं ।
टिन्कू: मैने भी अपनी आठों कारें और दो बसें निकाल ली हैं । पहले कारों से खेलते हैं । अब मिलाकर हम दोनो के पास आठ और चार यानि बारह कारें हैं । कौन सा खेल खेलें ?
गाड़ियां चलाना
तानिया: हम मान लेते हैं कि कमरे के बाईं और का स्थान तेरा घर है और दाईं ओर वाली जगह पर हमारा स्कूल है । हम पहले कारों को चला कर घर से स्कूल ले जाएंगे और फिर इनको वापिस ले आएंगे ।
टिन्कू: हमारे पास बारह गाड़ियां घर पर हैं । बूम, बूम, बूम …, मैं दो कारों को चला कर स्कूल ले जाता हूं । अब बारह से दो कम यानि दस कारें घर पर रह गईं ।
तानिया: यह बूम, बूम, बूम क्या है ? क्या तेरी कारें इतना शोर करती हैं ? अब मैं अपनी चारों कारें स्कूल ले जा रही हूं । देख्, मेरी कारों ने तो कोई शोर नहीं किया ।
टिन्कू: पहले हमारी दस कारें घर पर थीं और दो स्कूल में । जब तू चार कारें घर से ले गई तो घर पर दस से चार कम यानि छह कारें रह गईं । और स्कूल में दो और चार छह हो गईं । तो घर और स्कूल में कारों की गिनती बराबर हो गई । दिलचस्प बात है ।
तानिया: हां, अब तू तीन गाड़ियां स्कूल ले जा और मैं भी तीन कारें स्कूल ले जाती हूं ।
टिन्कू: अब हम छह कारें स्कूल ले गए जहां छह कारें पहले ले गए थे । तो अब बारह की बारह गाड़ियां स्कूल में हैं । अब इनको घर लाएं और फिर कोई दूसरा खेल शुरू करेंगे ।
कारों में कितने लोग जा सकते हैं ?
तानिया: तू अब क्या खेलना चाहता है ?
टिन्कू: इन सारी कारों में कितने लोग जा सकते हैं ? हम मान लेते हैं कि एक गाड़ी में पांच व्यक्ति बैठ सकते हैं ।
तानिया: मेरी 4 कारों में 5 + 5 + 5 + 5 यानि कि 4 x 5 व्यक्ति जा सकते हैं । मेरी गिनती के हिसाब से यह 20 व्यक्ति हैं ।
टिन्कू: अब मैं अपनी आठ गाड़ियों का हिसाब लगाऊंगा । इन में 8 x 5 लोग जा सकते हैं । गिनती करने में तो बड़ी देर लगेगी ।
तानिया: नहीं, देर नहीं लगेगी । मैं तेरी गाड़ियों को 8 की जगह 4 + 4 गिनूंगी । हमें पता है कि मेरी 4 कारों में 20 लोग जा सकते हैं, तो 8 कारों मे 20 + 20 यानि 40 लोग बैठ जाएंगे । दोनों की मिला कर 12 यानि 4 + 4+ 4 कारें हैं । तो इन में 20 +20 +20 यानि 60 लोग बैठ सकते हैं । 12 x 5 भी 60 होता है ।
टिन्कू: मेरी बसों को मत भूल । खिड़कियां गिन कर मैंने हिसाब लगाया है कि मेरी बड़ी बस में 40 सवारियां आ जाएंगी, और 15 लोग तो मेरी छोटी बस में भी बैठ सकते हैं ।
तानिया: यह तो बढ़िया है । 40 + 15 यानि 55 लोग बसों में जा सकते हैं ।
60 और 55 का योग
टिन्कू: 60 और 55 का योग करना तो कठिन है । मेरी तो इतनी उंगलियां भी नहीं हैं ।
तानिया: इतनी उंगलियों की आवश्यकता नहीं है । चल बता 6 और 5 कितने होते हैं ।
टिन्कू: 6 और 5 का योग तो मैं सरलता से कर सकता हूं – यह होगा 11 । क्या तू कह रही है की 60 + 50 का मतलब 110 है ।
तानिया: तो अब 60 और 55 के योग के लिए 110 में 5 और बढ़ा दे क्यों कि 50 और 5 होते हैं 55 ।
टिन्कू: 111, 112, 113, 114, 115 – तो 110 और 5 हो गए 115 । यह हिसाब लगाने का अच्छा तरीका था ।
तानिया: तो हम इन कारों और बसों में मिला कर 115 लोग ले जा सकते हैं । मेरे तो इतने दोस्त भी नहीं हैं ।
टिन्कू की मां ने देखा कि बच्चे बड़ी देर से खेल रहे थे । उसने उन्हें रसोई में बुला कर जलपान दिया ।
इसके बाद तानिया कई बार टिन्कू से खेलने के लिए जाती रही ।
चुनौती
अपने घर की खिड़की से या दरवाज़े में बैठकर (जो भी तुम्हारे माता पिता उचित समझें) गिनो कितनी कार गई, कितनी साइकल गई और कुल मिला कर कितनी कार और साइकल गई ।