जानी खुश था
जानी खुश था क्योंकि अब वह integration के सरल सवालों को खट से कर लेता था । इस सफ़लता का उसमें तो इतना उत्साहक आ गया था कि वह केवल अपनी पुस्तक से ही नहीं, इंटरनैट से ले कर भी कई सवाल कर चुका था । अधिकतर सवाल तो सीधे साधे होते थे और उन्हें कर पा लेने से उसे गर्व तो मिलता ही था पर शायद उसकी क्षमता भी बढ़ रही थी । पर कुछ कठिन सवालों को वह छोड़ देता था कि सैरा से पूछेगा । कई ऐसे सवाल इकट्ठे हो गए थे तो उसे सैरा को बुलाने का एक बहाना मिल गया था । इस बहाने की आवश्यकता तो नहीं थी, ना ही उसके लिए और ना ही उसकी चहेती सैरा के लिए । जानी ने बुलाया और फिर वह आ गई । दुआ सलाम भी नहीं, पूछने लगी कि जानी ने calculus II में कितनी उन्नती कर ली ।
जानी: मैने अपनी पुस्तक में से और इंटरनैट से ले कर कई प्रश्न कर दिए पर कुछ और नहीं कर पाया । मुझे नहीं पता लगा कि उनके हल के लिए कौन सी विधि लगाऊं ।
सैरा: चल दिखा कोई ऐसा प्रश्न ।
जानी: यह रहा ।
Chain rule
सैरा: जानी, जानी, जानी । तुझे मैने चालाकी बताई थी कि जो कुछ भी derivatives के लिए सीखा था, उसका प्रयोग antiderivatives के लिए कर । क्या दू तूने chain rule और product rule का प्रयोग किया था ?
जानी: अच्छा chain rule तो था dy/dx = (dy/du). du/dx । अब इसका प्रयोग antiderivatives के लिए कैसे करूं ?
सैरा: जैसे differentiation में chain rule का प्रयोग किया था, integration में उसी सिद्धांत पर प्रतिस्थापन (substitution) किया जाता है । यह एक दिलचस्प और सुविधाजनक विधि है पर अकल लड़ानी पड़ती है कि कौन सा substitution लगाऊं । उद्येश्य होता है कि किसी जटिल ∫y/dx से एक सरल ∫udu बना लेना । एक उदाहरण है यह प्रश्न
अब ∫3x2 (x3+5)9 dx को हल करना तो जटिल लग रहा है, हम इसे substitution से हल करेंगे ।
हम कहेंगे u = x3+5 क्योंकि du/dx = 3x2 या du = 3x2 dx
इससे बनेगा ∫3x2 (x3+5)9 dx = ∫ (x3+5)9 3x2dx = ∫ u9 du = u10/10 + c = (x3+5)10/10 + c
जानी: समझ गया । अब मुझे एक प्रश्न दे ।
सैरा: यह ले, शायद थोड़ा सा मुश्किल है । ∫(tan x . sec x)dx क्या है ?
जानी ने कुछ पलों के लिए सोचा और फिर कहा: देखते हैं कि u = cos x एक उचित substitution है या नहीं ।
इससे du/dx = -sin x या du = – sin xdx, इस लिए
∫(tan x .sec x)dx = ∫ (sin x)/(cos2 x)dx =∫ – 1/u2 du = 1/u + c = 1/cos x + c = sec x + c
सैरा ने ध्यान से त्रुटियों के लिए देखा पर कोई नहीं दिखी, तो कहा: ओ मेरे बड़े भालू, आ जफ्फी मार । इतना जटिल integration तूने खट से कर लिया ।
Integration by parts
जानी: अब product रूल का प्रयोग भी बता, यह था
d(uv)/dx = udv/dx + vdu/dx
सैरा: इससे बन जाता है
∫d(uv)/dx = ∫udv/dx + ∫vdu/dx यानी uv = ∫udv/dx + ∫vdu/dx यानी uv = ∫udv/dx + ∫vdu/dx यानी ∫udv/dx = uv- ∫vdu/dx
जानी: हां, पर मुझे इसका एक प्रश्न में प्रयोग कर के दिखा ।
सैरा: चल, इस integral को करते हैं ।
∫xcos(x)dx
हम करेंगे u = x और dv = cos x dx तब हम udv को integrate करेंगे ।
तब du/dx =1, और v = sin x, uv = x sin x और ∫vdu = cos x
∫udv = uv- ∫vdu = x sin x + cos x + c
इसके बाद जानी घर चला गया और कुछ और प्रश्न घर पर किए । यह काम इसको चुनौती दे रहा था पर अच्छा भी लग रहा था ।
अगले दिन दोनो प्रेमी फिर मिले और उनकी लीला चलती रही ।
चुनौती
∫x2sin(10x)dx को हल करो ।
उत्तर
Substitute u = x2 और dv = sin (10x)dx
तब du/dx या du = 2x और v = – cos (10x) / 10 x
∫x2sin(10x)dx = ∫uvdx और ∫udv/dx = uv- ∫vdu/dx =
– x2cos (10x) / (10 x) +((1/5)(xsin(10x) /10)-(1/10) ∫sin(10x)dx) + c =
– x2cos (10x) / 10 x +((1/5)(xsin(10x) /10)+1/100 cos(10x)) + c =
– x2cos (10x) / 10 x + (xsin(10x)) /50+ (cos(10x))/500+ c