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समीर के लेखन उसकी रिफ़्लैक्शंस ओन सोलित्यूड के अध्यायों का अनुवाद हैं ।
मेरा अतिथिग्रह – visitors to my guest house
श्वसन कला – the art of breathing
प्रेम– शायद अब समझ जाएं कि प्रेम क्या है
सर्वप्रिय शिष्य – मैडम का सर्वप्रिय शिष्य कौन, the story could be used for a school play
सदैव– समय अब ही होता है
शोभा– उत्तरी कार्डिनलों के प्रजनन का रिश्ता एकविवाही होता है
भिखारी मानव -एक भिखारी रेल स्टेशन के प्रवेश द्वार के समीप बैठा हुआ था
अलग से सोचो – ऐप्पल की वस्तुओं की दुकानदारी में ऑर्गैनिक इंटैलैक्चुअल्स का प्रयोग
टाओ का मार्ग – Tao and Confucius compared
अभी तो यह शुरुआत है – देखते रहिए
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